भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक अहम फैसला लेते हुए रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट घटाकर 6 फीसदी कर दिया है. यह कदम महंगाई को ध्यान में रखते हुए आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के मकसद से लिया गया है. इसका सबसे बड़ा असर रियल एस्टेट सेक्टर पर पड़ सकता है. ब्याज दर में कटौती का सीधा फायदा होम लोन लेने वालों को मिलेगा, जिससे घर खरीदना अब पहले से सस्ता और आसान हो जाएगा.
ब्याज दरों में इस बदलाव से होम लोन की दरें करीब 8.5 फीसदी से घटकर 8.25 फीसदी तक आ सकती हैं. अगर कोई व्यक्ति 50 लाख रुपये का लोन 20 साल के लिए लेता है, तो उसकी मासिक EMI में 800 से 900 रुपते तक की बचत हो सकती है. इससे न केवल घर खरीदना आसान होगा, बल्कि खरीदने की क्षमता भी बढ़ेगी.
डेवलपर्स को मिली बड़ी राहत
इस कटौती से रियल एस्टेट डेवलपर्स को बड़ी राहत मिली है, जो लंबे समय से महंगे फाइनेंस और निर्माण लागत से जूझ रहे थे. अब कम ब्याज दरों से निर्माण फाइनेंस सस्ता होगा और खरीदारों को लुभाने के लिए डेवलपर्स बेहतर ऑफर दे सकते हैं. बीपीटीपी के सीएफओ मानिक मलिक ने कहा, “रेपो रेट में कटौती रियल एस्टेट के लिए अच्छा संकेत है. इससे लोन लेना सस्ता होगा और प्रोजेक्ट्स की रफ्तार बढ़ेगी.”
आवासीय सेक्टर के लिए यह समय बेहद अनुकूल हो सकता है. पहली बार घर खरीदने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है, खासकर किफायती और मिड-सेगमेंट हाउसिंग में. ट्रिनिटी के एमडी आदिल अल्ताफ ने कहा, “यह फैसला होम लोन EMI कम करेगा और खरीदारों का भरोसा बढ़ाएगा.”
कमर्शियल रियल एस्टेट को मिलेगी स्पीड
कम ब्याज दरों का फायदा कमर्शियल रियल एस्टेट को भी मिलेगा. अब कंपनियों के लिए नया ऑफिस या वेयरहाउस सेट करना ज्यादा आसान और किफायती हो जाएगा. ई-कॉमर्स के बढ़ते असर से लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेक्टर में और निवेश की संभावना बन रही है. कॉन्शिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर के मोहित अग्रवाल ने कहा, “लग्जरी सेगमेंट में भी मांग बढ़ेगी, और डेवलपर्स को कम ब्याज दरों से फायदा होगा.”
रॉयल ग्रीन रियल्टी के एमडी यशांक वासन ने कहा, “ब्याज दर घटने से होम लोन सस्ता होगा और ईएमआई कम होगी, जिससे लोगों की वहन क्षमता बढ़ेगी.” जो लोग अब तक घर खरीदने का इंतज़ार कर रहे थे, उनके लिए यह समय बेहद मुफीद है. मांग बढ़ने से भविष्य में प्रॉपर्टी की कीमतें भी बढ़ सकती हैं.
आर्थिक विकास के लिए गंभीर आरबीआई
क्रीवा और कनोडिया ग्रुप के संस्थापक डॉ. गौतम कनोडिया ने कहा, “यह फैसला सही समय पर आया है, जिससे नई प्रॉपर्टी में निवेश को बढ़ावा मिलेगा.” भूमिका ग्रुप के सीएमडी उद्धव पोद्दार ने कहा, “लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती यह दिखाती है कि RBI आर्थिक विकास के लिए गंभीर है.” ओकस ग्रुप के चेयरमैन प्रकाश मेहता ने कहा, “कम ब्याज दरों से निवेश के नए मौके बनेंगे और प्रोजेक्ट्स तेजी से शुरू होंगे.”