छत्तीसगढ़ के जशपुर (Jashpur) जिले के घुईटांगर गांव के रहने वाले अनिमेष कुजूर (Animesh Kujur) ने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 (Asian Athletics Championship 2025) में नया नेशनल रिकॉर्ड बना दिया है. 20.32 सेकंड में 200 मीटर रेस पूरा करके नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड (National Record) बनाया और कांस्य पदक जीता है. इससे पहले उन्होंने कोच्चि में हुए सीनियर फेडरेशन कप में 20.40 सेकंड में दौड़ पूरी कर अम्लान बोर्गोहन का 20.50 सेकंड का रिकॉर्ड तोड़ा था.
अनिमेष सैनिक स्कूल, अंबिकापुर में फुटबॉलर थे और कोविड काल के दौरान ट्रैक पर आए. कांकेर में पहली दौड़ से लेकर गुवाहाटी, बिलासपुर और फिर कोच्चि तक उन्होंने लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. वर्तमान में वे ताइवान में 100 और 200 मीटर स्पर्धा में हिस्सा ले रहे हैं. इसके बाद वे वर्ल्ड यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप और यूरोपियन सर्किट में भाग लेंगे. उनका लक्ष्य अब वर्ल्ड चैंपियनशिप और ओलंपिक है. उनके पिता अमृत कुजूर बलौदा बाजार जिले में ट्रैफिक डीएसपी हैं, जबकि माता रीना कुजूर बलौदा बाजार में इंस्पेक्टर हैं.
रायपुर में प्रोफेशनल ट्रेनिंग
उनकी प्रतिभा को देख पिता अमृत कुजूर (डीएसपी ट्रैफिक बलौदा बाजार), माता रीना कुजूर (इंस्पेक्टर बलौदा बाजार), मौसी अनिमा एस. कुजूर और मौसा समीर प्रताप कुजूर ने मिलकर उन्हें रायपुर में ट्रेनिंग दिलवाई. नतीजा, 2022 में बिलासपुर के बेहतराई स्टेडियम में आयोजित अंडर-23 नेशनल में उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर खुद को साबित किया.
राष्ट्रीय स्तर से अंतरराष्ट्रीय पहचान
2025 के इंडियन गेम्स उत्तराखंड में उन्होंने 100 मीटर, 200 मीटर और 4×100 मीटर रिले में तीन स्वर्ण पदक जीते. इसके बाद कोच्चि में सीनियर फेडरेशन कप के दौरान 200 मीटर दौड़ में 20.40 सेकंड का समय निकालते हुए अम्लान बोर्गोहन के पुराने रिकॉर्ड (20.50 सेकंड) को तोड़ा और नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम किया. इसी प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए हुआ, जहां उन्होंने 20.32 सेकंड में दौड़ पूरी कर एक बार फिर राष्ट्रीय रिकॉर्ड को सुधारते हुए कांस्य पदक जीत लिया. इससे पहले वे ब्रिक्स गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और कांस्य पदक ला चुके हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए उनका चयन हुआ था, हालांकि आयोजन नहीं हो सका.
ओडिशा के लिए खेलते हैं अनिमेश
अनिमेष कुजूर मूलतः जशपुर जिले के रहने वाले हैं. उनके पिता फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं, मां भी वॉलीबॉल खिलाड़ी रही हैं, भाई अनिकेत कुजूर भी एथलीट हैं. घर में खेल के प्रति शुरू से रुझान रहने के कारण अनिमेष कुजूर खेल की दुनिया में उतरे हैं. वर्तमान में भुवनेश्वर से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे अनिमेष उड़ीसा राज्य की ओर से खेलते हैं और यहीं रहकर अपनी ट्रेनिंग भी जारी रखे हुए हैं. उनका लक्ष्य अब ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीतना है.