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जब कद्दू की कीमत तय नहीं कर पा रही थी गांव की महिला तो मंत्री ने….

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रायपुर/ 30 जनवरी 2021

 अपनी बाड़ी की ताजी सब्जियों को बेचकर कुछ रुपए जोड़ने वाली सावित्री बाई को क्या मालूम था कि उसे अपनी सब्जियों के अच्छे दाम मिलेंगे। आरंग के एक कार्यक्रम में प्रदर्शनी के लिए ताजी सब्जियों को लाई सावित्री को तो बस इस बात की चिंता थी कि सुबह से दोपहर तक प्रदर्शनी में रखी ताजी सब्जियां और भाजी खराब न हो जाए। वह सोच रही थी कि सब्जी-भाजी खराब हो गई तो इस बेचने पर कौन खरीदेगा और कौन सही दाम देगा ? चेहरे से मुस्कुराती हुई सावित्री ने अपनी चिंता को किसी के सामने व्यक्त भी नहीं किया। इसी दौरान क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया वहां पहुचे। अपनी ठेठ छत्तीसगढ़ी अंदाज में सब्जी वाली ग्रामीण महिला के पास जाकर पहले हाथों से कद्दू को उठाया और पूछा कतेक किलो हे, ऐला कतना रुपिया म देबे। मंत्री डॉ. डहरिया के कई बार पूछने पर वह कद्दू की कीमत तय नहीं कर पा रही थी। मंत्री ने उनसे पूछा, अच्छा लाल-पालक भाजी और बरबट्टी के कतेक दाम हे, तब भी ग्रामीण महिला सावित्री के जुबान से कुछ जवाब नहीं निकला। मंत्री जी मुस्कुराए और बोले, जम्मों सब्जी-भाजी ल कतना म देबे तो इसका भी जवाब वह कुछ न दे सकीं। मंत्री ने कहा अच्छा ठीक हे, सब्जी ताजा हे न, तो हां कहते हुए उसने सिर हिलाई। इतने में मंत्री डॉ. डहरिया ने वाहन में रखे थैले मंगवाएं और कुछ सब्जी अपने समर्थकों को बांट कर आधी अपने घर ले जाने थैले में भर लिए। इस दौरान सब्जी उठाते देखती महिला को उन्होंने फिर से पूछा, बोलव, कतना देना हे। गांव की यह महिला तब भी जब कुछ न बोल पाई तो मंत्री डॉ. डहरिया ने अपनी जेब से पांच-पांच सौ रुपए के नोट निकाले और उन्हें थमा दिया। अपनी सब्जियों को लेकर पहले चिंतित सावित्री को मानों पल में ही पूरी चिंता दूर हो गई। सब्जियों के दाम अधिक मिलने पर खुश होते हुए उसने जब आभार जताया तो मंत्री डॉ. डहरिया ने पूछा कौन गांव के रहइया हव ? महिला ने बताया कि वह गोइन्दा गांव की है और सब्जी गोठान के पास लगी बाड़ी की है। इतने में मंत्री ने कहा कि हमर सरकार नरवा, गरवा, बाड़ी के माध्यम से महिला मन ल जोड़े हे। आप मन ताजा-ताजा सब्जी उगाव और बाजार म बेचव। आप गांव के महिला मन ल सब्जी बेचत देख बड़ खुशी होथे। हमन आवत रहिथन, मउका मिलहीं तो फिर खरीदबों। ग्रामीण महिला के प्रति मंत्री जी की इस उदारता को देख उपस्थित अन्य महिलाएं और लोग उनकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे थे।